अरविंद शेष (Arvind Shesh) दुख से पैदा हुआ जीवट जब दुख को पैदा करने वालों के सामने चुनौती फेंकता है तो आसमान से उम्मीद की बरसात होती है… और जमीन पर नए हौसले से लबरेज़ ख्वाबों की फसल लहलहाने लगती है…! दिसंबर, 2016 में पंजाब के बठिंडा के किसी समारोह में एक गर्भवती महिला …
‘अनारकली ऑफ आरा’: हाशिये के समाज की हौसले से लबरेज बगावत…!
